मारकंडे जी की तपस्या और वर प्राप्ति
श्री शुकदेव जी कहते हैं-- प्रिय परीक्षित! श्रीमद्भाभागवत महापुराणमें बार-बार और सर्वत्र विश्वात्मा भगवान श्रीहरिका ही संकीर्तन ह...
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